नरेंद्र मोदी, भारत के प्रधानमंत्री हैं। उन्होंने 26 सितंबर 2014 से भारतीय प्रधानमंत्री के पद की कमान संभाली है। उन्होंने 30 मई 2019 को भारत के प्रधानमंत्री के पद की दूसरी बार सेवा की शपथ ली।
नरेंद्र मोदी जी का जन्म 17 सितंबर 1950 को गुजरात राज्य के वडनगर जिले के वडनगर नामक गांव में हुआ था। वह गुजरात राज्य के वडनगर जिले से हैं। उनके पिता का नाम दामोदरदास मूलचंद मोदी और मां का नाम हीराबा मोदी था।
नरेंद्र मोदी जी का राजनीतिक सफर 1987 में राष्ट्रीय संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (रा.सं.सं.) से शुरू हुआ। उन्होंने 2001 में गुजरात राज्य के मुख्यमंत्री के पद की कमान संभाली और 2014 में प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी की। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के प्रतिष्ठापना सदस्यों के बीच बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
उन्होंने आरएसएस के प्रचारक रहते हुए 1980 में गुजरात विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर परीक्षा दी और विज्ञान स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की। अपने माता-पिता की कुल छ: सन्तानों में तीसरे पुत्र नरेन्द्र ने बचपन में रेलवे स्टेशन पर चाय बेचने में अपने पिता का भी हाथ बँटाया।
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नरेन्द्र दामोदरदास मोदी (17 सितम्बर 1950) एगो भारतीय राजनीतिज्ञ आ भारत के 14वाँ आ वर्तमान परधानमंत्री बाड़ें। मोदी 26 मई 2014 के प्रधानमंत्री पद के शपथ लिहलें। भारत के अबतक भइल प्रधानमंत्री लोग में मोदी आजाद भारत में जनमल पहिला प्रधानमंत्री बाड़ें।
- नरेंद्र मोदी के चार भाई और एक बहन
- नरेंद्र मोदी के परिवार के सदस्यों की जानकारी विस्तार से उपलब्ध नहीं है, क्योंकि उन्होंने अपने परिवार को बहुत हद तक प्राइवेट रखा है। इसलिए, उनके भाइयों और बहन के बारे में सटीक जानकारी का उल्लेख करना मुश्किल है। लेकिन जनरली जाना जाता है कि उनके परिवार में तीन भाई और एक बहन हैं।
- किशोरावस्था में अपने भाई के साथ एक चाय की दुकान चला चुके मोदी ने अपनी स्कूली शिक्षा वड़नगर में पूरी की। उन्होंने आरएसएस के प्रचारक रहते हुए 1980 में गुजरात विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर परीक्षा दी और विज्ञान स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की।
PM Modi ने कहां-कहां से की है पढ़ाई=
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शिक्षा का संबंध गुजरात राज्य से है। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा वडनगर जिले के गुजरात राज्य के विशेष विद्यालयों से प्राप्त की। वह नवराजी माधवानी उच्च माध्यमिक विद्यालय, वडनगर और मॉडी विद्यालय, वडनगर में अपनी शिक्षा पूरी की। उन्होंने अपनी बीएससी डिग्री को विश्वविद्यालय ऑफ़ दे लिटिल एंजेल्स में पूरा किया। उनका शिक्षा जीवन बहुत संघर्षपूर्ण था, और वे अपने कठिनाइयों का सामना करते हुए अपने लक्ष्य को हासिल करने में सफल रहे हैं।
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हाइलाइट्स
- प्रधानमंत्री के पास चार सोने की अंगूठी हैं. इनका कुल वजन 45 ग्राम है और वैल्यू 1.13 लाख रुपये है
- हाई स्कूल की परीक्षा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात बोर्ड से 1967 में पास की थी
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) ने उन्होंने 7.61 लाख रुपये का निवेश किया है
मोदी 1978 में आरएसएस के सम्भाग प्रचारक (क्षेत्रीय आयोजक) बने और सूरत और वडोदरा में गतिविधियों की देखरेख की और 1979 में, वह दिल्ली में आरएसएस के लिए काम करने गए, जहां उन्होंने आपातकाल के दौरान आरएसएस के इतिहास पर शोध किया और लिखा। कुछ ही समय बाद, वह गुजरात लौट आए और 1985 में, आरएसएस ने उन्हें भाजपा को सौंप दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संपत्ति कितनी है?
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) ने उन्होंने 7.61 लाख रुपये का निवेश किया है
प्रधानमंत्री ने जो हलफनामा दिया है, उसके मुताबिक वे 2.5 करोड़ रुपये की संपत्ति के मालिक हैं. इसमें गुजरात के गांधीनगर में उनका एक रेजिडेंशियल प्लॉट भी शामिल है. बैंक की एफडी स्कीम में उनके 1.27 करोड़ रुपये जमा हैं. उनके पास 38,750 रुपये नकद हैं.
पीएमओ की वेबसाइट पर दी गई जानकारी पर नजर डालें तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस 2.23 करोड़ रुपये की संपत्ति में से अधिकांश बैंक खातों (Bank Accounts) में जमा राशि है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा पीएम सूर्योदय योजना की घोषणा 22 जनवरी 2024 को की गई है। इस योजना के माध्यम से देश के गरीब व मध्यम वर्गीय परिवारों के घरों पर सोलर पैनल लगवाए जाएंगे। इस योजना के जरिए सोलर पैनल लग जाने पर नागरिकों के बिजली बिलों के खर्च को कम किया जा सकेगा।
जो योजनाएँ पूरी तरह से केंद्र सरकार द्वारा वित्त पोषित होती हैं, उन्हें “केंद्रीय क्षेत्र की योजनाएँ” (सीएस) कहा जाता है, जबकि मुख्य रूप से केंद्र द्वारा वित्त पोषित और राज्यों द्वारा कार्यान्वित योजनाएँ “केंद्रीय प्रायोजित योजनाएँ” (सीएसएस) होती हैं। भारत के 2022 के केंद्रीय बजट में 740 केंद्रीय क्षेत्र (सीएस) योजनाएं हैं।
कुल मिलाकर यदि पैसे की बात की जाए तो यदि आप अपने घर में बिजली की खपत को देखते हुए 1 KW का सोलर पैनल लगाते है तो सरकार आपको 30,000 रुपए की सब्सिडी देगी। यानी को आपका कुल खर्च 55,000 के आसपास होगा यानी की सब्सिडी को निकाल दें तो आपको 25 हजार में 1 किलोवाट का सोलर पैनल मिल जाएगा
- केंद्र सरकार द्वारा बालिका योजनाएँ
- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
- सुकन्या समृद्धि योजना
- बालिका समृद्धि योजना
- CBSE उड़ान स्कीम
- माध्यमिक शिक्षा के लिए लड़कियों के लिए प्रोत्साहन की राष्ट्रीय योजना
- धनलक्ष्मी योजना
- राज्य सरकार बालिका योजनाएं
अंत्योदय अन्न योजना
यह सरकारी योजना भारत में गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) परिवारों में से लगभग एक करोड़ सबसे गरीब परिवारों को अत्यधिक सब्सिडी वाला भोजन प्रदान करती है।
राजस्थान फ्री मोबाइल योजना 2024 के तहत राज्य की चिरंजीवी परिवारों की महिलाओं को मुफ्त मोबाइल देने से उन्हें डिजिटल सुविधाओं तक पहुंचने में मदद मिलेगी। इस योजना से लगभग 1.35 करोड़ महिलाएं लाभान्वित होंगी, जिन्हें सरकारी योजनाओं और सेवाओं की जानकारी सही समय पर मिलेगी।
सुकन्या समृद्धि योजना (Sukanya Samriddhi Scheme) में निवेश करने के लिए भारतीय निवासी और बालिका के माता-पिता या कानूनी अभिभावक होना आवश्यक है. 10 साल तक की बिटिया के लिए सुकन्या समृद्धि योजना में निवेश कर सकते
जन्म: 17 सितंबर, 1950
जन्म स्थान: वडनगर, मेहसाणा (गुजरात)
राशि चिन्ह: कन्या
राष्ट्रीयता: भारतीय
पिता का नाम: स्वर्गीय दामोदरदास मूलचंद मोदी
माता का नाम: श्रीमती। हीराबेन दामोदरदास मोदी
भाई-बहन: सोमा मोदी, अमृत मोदी, पंकज मोदी, प्रह्लाद मोदी, वसंतीबेन हसमुखलाल मोदी
जीवनसाथी का नाम: श्रीमती। जशोदाबेन मोदी
शिक्षा: एसएससी – 1967 एसएससी बोर्ड, गुजरात से; राजनीति विज्ञान में बीए दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली से एक दूरस्थ शिक्षा पाठ्यक्रम; पीजी एमए – 1983 गुजरात विश्वविद्यालय, अहमदाबाद (चुनाव आयोग के समक्ष हलफनामे के अनुसार)
राजनीतिक दल: भारतीय जनता पार्टी
पेशा: राजनेता
भारत के प्रधान मंत्री: 26 मई, 2014 से
पूर्ववर्ती: मनमोहन सिंह
पसंदीदा नेता: मोहनदास करमचंद गांधी, स्वामी विवेकानंद
हीराबा का जन्म 18 जून साल 1923 को मेहसाणा जिले के विसनगर में हुआ था। हीराबा ने बचपन में ही अपनी मां का प्यार खो दिया था। उनकी मां की मौत स्पेनिश फ्लू महामारी में हो गई थी।
हीराब के 5 बेटे और 1 बेटी हैं
सोमा मोदी, सेवानिवृत्त स्वास्थ्य विभाग अधिकारी
पंकज मोदी, गुजरात सूचना विभाग के अधिकारी
अमृत मोदी, सेवानिवृत्त लेथ मशीन ऑपरेटर
सस्ते अनाज के व्यापारी प्रह्लाद मोदी
नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
वसंतीबेन हसमुखभाई मोदी;
प्रधानमंत्री और मां हीराबा से जुड़ी कुछ यादें-
जब प्रधानमंत्री पहली बार गुजरात के मुख्यमंत्री बने तो हीराबा ने उनसे कहा कि वह (प्रधानमंत्री मोदी) किसी से एक रुपया नहीं लेंगे। 2014 में पाकिस्तान के पूर्व प्रधान मंत्री नवाज शरीफ ने नरेंद्र मोदी की मां हीराबा को एक साड़ी भेंट दी थी। इसके बदले में नरेंद्र मोदी ने नवाज शरीफ की मां को एक शॉल दिया था। 2016 में हीरा बा ने प्रधानमंत्री के दिल्ली रेस कोर्स हाउस का दौरा किया था। 2019 में उन्होंने 99 वर्ष की आयु में लोकसभा चुनाव में मतदान किया था।
जून में प्रधानमंत्री मोदी ने हीरा बा के पैर धोकर और आशीर्वाद लेकर उनकी 100वीं जन्मदिन मनाई थी। साथ ही 4 दिसंबर 2022 को रात 9 बजे प्रधानमंत्री ने मां हीरा बा से मिले थे और उनका आशीर्वाद लिया था।
कुछ दिनों से बीमार चल रहीं थी हीराबा
हीराबेन मोदी (99 वर्ष) की बुधवार सुबह तबियत खराब हो गई। उन्हें तत्काल अहमदाबाद के सरकारी अस्पताल यूएन मेहता में भर्ती कराया गया था। इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी दोपहर दिल्ली से सीधे अहमदाबाद के यूएन मेहता अस्पताल पहुंचे थे
संघर्षों को चुनौती देती रहीं हीराबा
हीराबा का जन्म 18 जून 1923 को पालनपुर में हुआ था। उनका विवाह कम उम्र में दामोदरदास मूलचंदभाई मोदी से हुआ था। दामोदरदास मोदी के वडनगर रेलवे स्टेशन पर चाय बेचा करते थे। दामोदरदास मोदी का बीमारी के कारण निधन हो गया। बाद में वे अपने बेटे पंकज मोदी के घर गांधीनगर के सेक्टर 22 स्थित जी टाइप सरकारी क्वार्टर में रहने लगी थीं। जिसके बाद साल 2015-16 में वे अपने बेटे पंकज मोदी के साथ रायसन स्थित वृंदावन बंगले में रहने लगीं।
घर की आर्थिक और पारिवारिक स्थिति कमजोर होने के चलते उन्हें पढ़ने का कभी मौका नहीं मिला। लेकिन वह अपने बच्चों को शिक्षा देने के लिए दूसरे के घरों में भी काम करने के लिए तैयार हो गईं। उन्होंने फीस भरने के लिए कभी किसी से उधार पैसे नहीं लिए। हीराबा चाहती थीं कि उनके सभी बच्चे पढ़लिखकर शिक्षित बने।