Job Alert Coming Soon

इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) का आविष्कार कब हुआ?

इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) का आविष्कार लगभग 1960 के दशक में हुआ था। इसका उद्गम संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए हुआ, जहां विशेषज्ञों ने चुनाव प्रक्रिया को सुधारने के लिए इलेक्ट्रॉनिक साधनों का प्रयोग करने का विचार दिया। लेकिन, पहली बार जब EVM का वास्तविक प्रयोग हुआ तो यह 1962 में भारत में हुआ था।

भारत में EVM का प्रयोग सार्वजनिक रूप से 1982 में हुआ था, जब दादरी, उत्तर प्रदेश के चुनावों में 50 EVM मशीनों का प्रयोग किया गया। इस तकनीकी उपकरण का प्रयोग किए गए चुनावों में उत्तर प्रदेश के चुनाव आयोग को उम्मीद से भी अधिक लाभ मिला।

इसके बाद, भारतीय चुनाव आयोग ने EVM का आधिकारिक रूप से प्रयोग करने का निर्णय लिया। 1989 में लोकसभा चुनावों के दौरान, कुछ विशेष निर्देशक मतदाता केंद्रों में EVM का प्रयोग किया गया, जो सफल रहा। इसके बाद, इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों का प्रयोग भारतीय चुनाव प्रक्रिया में नियमित रूप से होने लगा।

EVM के प्रयोग का मुख्य उद्देश्य चुनाव प्रक्रिया को अधिक सुगम और निष्कर्षित बनाना है। इससे वोटिंग प्रक्रिया में त्रुटियों की संभावना कम होती है और परिणामों की गिनती तेजी से होती है।

EVM का विकास चुनाव प्रक्रिया को सुधारने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके माध्यम से, चुनाव आयोग स्थानीय, राज्यीय, और राष्ट्रीय स्तर पर वोटिंग प्रक्रिया को संगठित और प्रभावी बनाता है। इसके साथ ही, EVM प्रणाली में तेज और सुरक्षित गिनती भी शामिल होती है, जिससे परिणामों की स्थिरता और विश्वसनीयता बढ़ती है।

इसके अलावा, EVM प्रणाली का उपयोग लोगों को वोटिंग प्रक्रिया में सकारात्मक बदलाव लाने में मदद करता है। इससे लोगों को वोट डालने में अधिक सुरक्षित महसूस होता है, और उन्हें अधिक भरोसा होता है कि उनका वोट सही ढंग से गिना जाएगा।

EVM की सुरक्षा के मामले में, इसमें विभिन्न सुरक्षा प्रोटोकॉल और तकनीकी उपाय शामिल किए जाते हैं जो अधिक संवेदनशीलता और भरोसेमंदता सुनिश्चित करते हैं। इसके अलावा, EVM प्रणाली को निरंतर अपग्रेड किया जाता है ताकि वह सुरक्षित और प्रभावी बनी रहे।

समर्थकों का मानना है कि EVM प्रणाली ने चुनाव प्रक्रिया को अधिक सुरक्षित, दृश्यशाली, और निष्कर्षित बनाया है। यह तकनीकी उपाय न केवल वोटिंग प्रक्रिया को सुगम बनाते हैं, बल्कि उसकी सुरक्षा और विश्वसनीयता को भी मजबूत करते हैं।

 

इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) एक प्रौद्योगिकी है जो वोटर्स को वोटिंग प्रक्रिया के दौरान इलेक्ट्रॉनिक साधनों का प्रयोग करते हुए वोट डालने या वोटों की गिनती करने में सहायता करती है। यह उत्कृष्टता, निष्पक्षता, और विश्वासनीयता के मामले में ट्रांसपेरेंसी और तेजी लाती है।

ईवीएम की प्रमुख फायदे में से एक यह है कि यह मनुष्य त्रुटि को कम करता है। परंतु, ईवीएम का प्रयोग केवल वोटिंग के लिए ही नहीं होता है, बल्कि इससे वोटों की गिनती भी की जाती है। इस प्रौद्योगिकी का प्रयोग भारत की चुनाव प्रणाली में भी होता है, जहां इसका प्रयोग बड़े पैमाने पर किया जाता है।

ईवीएम के उपयोग से वोटिंग प्रक्रिया में कई लाभ होते हैं। पहले तो, यह वोटिंग प्रक्रिया को तेज और अधिक दिशानिर्देशित बनाता है। इससे वोटिंग का समय कम होता है और परिणाम तेजी से घोषित किए जा सकते हैं। दूसरे, यह मशीन मनुष्य त्रुटि को न्यूनतम करती है, जिससे प्रक्रिया का पूर्णत: विश्वासनीय होना संभव होता है।

ईवीएम वोटिंग प्रक्रिया को सुरक्षित और सुरक्षित बनाता है। इसमें केवल एक बार ही वोट किया जा सकता है, और इसे तकनीकी रूप से मुश्किल होता है गणना में कोई भी त्रुटि करने के लिए। इसके साथ ही, यह मशीन किसी भी बाहरी हमले से सुरक्षित रूप से रखती है और भ्रष्टाचार या अन्य अनुचित प्रयोगों को रोकती है।

ईवीएम वोटिंग मशीन का उपयोग करना वोटर्स को बहुत आसानी से होता है। इसका इस्तेमाल करने के लिए कोई विशेष शिक्षा की आवश्यकता नहीं होती है, और यह उपयोगकर्ताओं को समय बचाता है जो कि परिणामों को तुरंत घोषित करने में मदद करता है।

हालांकि, ईवीएम पर कुछ संदेह हैं और उस पर विवाद भी चलता है। कुछ लोग इसे संवैधानिक विवादों का कारण मानते हैं, और उनका मानना है कि ईवीएम की सुरक्षा पर भी संदेह है। वे इस पर निर्भर करने के बजाय परंपरागत मतदान को बेहतर मानते हैं।

सामाजिक और राजनीतिक दृष्टि से देखा जाता है, ईवीएम एक महत्वपूर्ण तकनीकी उपलब्धि है जो चुनाव प्रक्रिया को विश्वसनीय और विश्वासनीय बनाती है। इसके साथ ही, यह वोटिंग प्रक्रिया को तेज और प्रभावी बनाता है, जिससे लोगों को चुनाव प्रक्रिया में भाग लेने का आत्मविश्वास मिलता है।

 

 

Explore Topics

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Explore By Tags

About Us

हम सब मिलकर एक हो सकते है बस एक होने के लिए हम सबको मिलकर रहकर आगे बढ़ना होगा |

You May Have Missed

  • All Posts
  • Amazing Facts
  • Economy
  • Educations
  • entertainment
  • Fashion
  • Food
  • Fun
  • Gadgets
  • Guide
  • Health
  • Life
  • Lifestyle
  • News
  • Poetry
  • Science
  • SEO Tips for make Money
  • Sports
  • Tech
  • Technology
  • Travel
  • Trends
  • update
  • World
    •   Back
    • Bollywood
    • Hollywood

© 2024 Created with G Edu World

Scroll to Top