*मिलन नौसेना अभ्यास का 12वां संस्करण – विशाखापत्तनम*
MILAN-2024, भारतीय नौसेना के पूर्वी कमान के तत्त्वावधान में, विशाखापत्तनम में आयोजित द्विवार्षिक बहुपक्षीय नौसेना अभ्यास का 12वाँ संस्करण है। MILAN का मुख्य उद्देश्य मित्रवत नौसेनाओं के बीच पेशेवर संपर्क को बढ़ाना और समुद्र में बहुपक्षीय बड़ी सेना के संचालन में अनुभव प्राप्त करना है।
यह अभ्यास, भारतीय नौसेना के साथ उसके निकटस्थ और दोस्ताना राष्ट्रों के नौसेनाओं के बीच साझेदारी को बढ़ाने का एक प्रमुख माध्यम है। इस अभ्यास के माध्यम से भारतीय नौसेना न विशेष रूप से अपनी नौसेना शक्ति का विकास करती है, बल्कि विभिन्न देशों के साथ समर्पितता और सहयोग का संदेश भी देती है।
MILAN-2024 में भाग लेने वाले देशों के नौसेनाओं को अपनी नौसेना शक्ति को दिखाने का मौका मिलता है, साथ ही उन्हें समुद्री युद्ध और अन्य समुद्री अभ्यासों में सहयोग करने का भी अवसर प्राप्त होता है। इससे नौसेना प्रमुखों को नए तकनीकी और ताकतवर प्रक्रियाओं का परिचय मिलता है, जो उनके नौसेना की तैयारी को मजबूत करने में मदद करता है।
इस अभ्यास के माध्यम से नौसेनाओं के बीच साझेदारी और समझौता बढ़ाते हुए, अधिक सुरक्षित और स्थिर समुद्री क्षेत्र की दिशा में कदम बढ़ाया जा सकता है। यह अभ्यास संबंधित देशों के बीच भाईचारे और समझौते की भावना को भी बढ़ावा देता है, जिससे क्षेत्रीय सुरक्षा और सहयोग में वृद्धि होती है।
इस अभ्यास के माध्यम से नौसेनाओं को समुद्री आत्मविश्वास मिलता है, जो उन्हें आने वाले समय में संघर्षों और चुनौतियों के सामने तैयार करता है। यह नौसेनाओं को एक-दूसरे के साथ समर्थ संबंधों की आवश्यकता को समझने में मदद करता है, जो किसी भी समय दुनिया की समुद्री स्थितियों का सामना करने की क्षमता को बढ़ाता है।
MILAN-2024 एक महत्वपूर्ण कदम है उन दृष्टिकोणों की दिशा में, जिनसे राष्ट्रों के बीच साझेदारी, समझौता,
मिलन-2024 एक महत्वपूर्ण नौसेना अभ्यास है जो पूर्वी नौसेना कमान के तत्वावधान में विशाखापत्तनम, भारत में आयोजित किया गया है। यह अभ्यास द्विवार्षिक होता है और इसका 12वां संस्करण है। इस अभ्यास का मुख्य उद्देश्य भारतीय नौसेना के साथ अन्य देशों के नौसेनाओं के बीच साझेदारी को बढ़ावा देना और समुद्र में बहुपक्षीय नौसेना के संचालन में अनुभव प्राप्त करना है।
यह अभ्यास भारत के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे नौसेना को विभिन्न देशों के साथ समर्पितता और सहयोग का मौका मिलता है। इसके माध्यम से भारतीय नौसेना अपनी संभावनाओं को प्रदर्शित करती है और साथ ही विशेषज्ञता और अनुभव भी प्राप्त करती है।
विशाखापत्तनम, आंध्र प्रदेश के इस अभ्यास केंद्र में, नौसेना के सदस्य अनेक देशों से शामिल होते हैं। इस अभ्यास में विभिन्न नौसेनाओं के बीच समर्पितता और साझेदारी को बढ़ाने का प्रयास किया जाता है।
मिलन-2024 में अनेक कार्यक्रम और अभ्यास होते हैं, जिनमें समुद्री युद्ध के लिए अभ्यास, संचालन की कला, समुद्री रक्षा, और नौसेना के संचालन में वृद्धि की शिक्षा शामिल होती है।
इस अभ्यास का एक और महत्वपूर्ण पहलू है राजनीतिक और सामरिक रूप से भारत के संबंधों को मजबूत करना। यह अभ्यास द्वारा भारत अपने संबंधों को मजबूत करता है और अपने राजनीतिक और सुरक्षा हितों को लेकर साथी देशों को संबोधित करता है।
इस संवाद में, नौसेना के सदस्यों को एक-दूसरे के ताकतों और क्षमताओं का परिचय मिलता है और वे एक-दूसरे के बारे में अधिक सीखते हैं। इससे साझेदारी और भाईचारे की भावना को मजबूत किया जाता है और समुद्री सुरक्षा में सहयोग की अधिक संभावनाएं उत्पन्न होती हैं।
अंत में, मिलन-2024 भारत के लिए गर्व का क्षण है जो देश को नौसेना के क्षेत्र में अपनी भूमिका और प्रतिष्ठा का प्रदर्शन करता है।